रायपुर में होली त्योहार की धूम देखने को मिल रही है। बाजारों में रौनक के साथ ही होलिका दहन की तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं।गांवों में होली के दौरान पारंपरिक नृत्य और गायन का आयोजन करके होली की खुशियां और उल्लास और बढ़ जाती हैं।होलिका दहन के अगले दिन कुलदेवता की पूजा का विशेष महत्व होता है। परिवारों में सुबह से ही देवी-देवताओं की आराधना की जाती है।छत्तीसगढ़ में होली सिर्फ रंगों का खेल नहीं, बल्कि एक समृद्ध सांस्कृतिक उत्सव भी है। यहां के लोक कलाकार पारंपरिक होली गीतों की प्रस्तुति देते हैं।खासकर गांवों में होली के दौरान पारंपरिक नृत्य और गायन का आयोजन करके होली की खुशियां और उल्लास और बढ़ जाती हैं।छत्तीसगढ़ में होलिका दहन की प्रक्रिया बेहद खास मानी जाती है। गांव में होलिका दहन के लिए पहले से एक विशेष स्थान निर्धारित कर, वहां लकड़ी, कंडे और अन्य समान इकट्ठा किया जाता हैं।