CG News: राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित करने वाले प्रदेशभर के सैकड़ों खिलाड़ियों का संघर्ष खत्म ही नहीं हो रहा है। उनका नौकरी के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ी बनने का वर्षों का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा। जबकि, पदक विजेता खिलाड़ी आए दिन मंत्री और नेताओं के पास जाकर उत्कृष्ट खिलाड़ी जल्द घोषित करने की गुहार लगा रहे हैं, जिससे उनके नौकरी मिलने का रास्ता साफ हो सके। लेकिन, उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
कुछ दिन पहले उत्कृष्ट खिलाड़ी के लिए आवेदन करने वाले पदक विजेता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से मुलाकात कर गुहार लगाई थी। अब मंगलवार को प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ी भाजपा युवा मोर्चा के खेल एवं प्रमुख अमन यादव के नेतृत्व में उप मुयमंत्री व खेल मंत्री अरुण साव से मुलाकात की और उत्कृष्ठ खिलाड़ी जल्द घोषणा के लिए ज्ञापन सौंपा। यहां भी खिलाड़ियों को केवल आश्वासन मिला है। कोई समय सीमा तय नहीं की है। खिलाड़ियों के प्रतिनिधिमंडल में चंद्रशेखर, अनूप चौधरी, मोहन, जयेश राणा, चंदन, बिट्टू समेत अन्य खिलाड़ी उपस्थित रहे।
उम्र निकल रही
पदक विजेता खिलाड़ी पिछले 9 सालों से बहुप्रतिक्षित उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने की मांग कर रहे हैं। अब उनकी नौकरी के लिए पात्र उम्र भी निकलती जा रही है। इस बात को लेकर खिलाड़ी बहुत परेशान हैं। आवेदन करने वाले खिलाड़ी मोहन ने पत्रिका से बातचीत में सरकार के खिलाडिय़ों के प्रति उपेक्षित रवैया पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उत्कृष्ट बनने के इंतजार में हमारी उम्र निकलती जा रही है। पता नहीं सरकार कम हमारी सुनेगी। हमें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है।
खेल विभाग से लेकर सड़क तक संघर्ष: उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने की मांग को लेकर गत कई वर्षों से प्रदेशभर के पदक विजेता खिलाड़ी पहली बार सड़क पर आंदोलन करने को मजबूर हुए थे। खिलाड़ी कई बार खेल विभाग के सामने धरना प्रदर्शन किए और पैदल मार्च निकाल कर अपनी मांगों को रखा। इसके अलावा मुंयमंत्री, खेलमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष समेत कई नेताओं को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंप चुके हैं।
सैकड़ों खिलाड़ी पात्र
उत्कृष्ट खिलाड़ी के लिए वर्ष 2018-19, 2019-20 मेें खेल विभाग को कुल 783 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें 2018-19 में 344 और 2019-20 में 439 आवेदन मिले थे। दोनों वित्तीय वर्ष के आवेदनों की जांच करने के बाद लगभग 125 खिलाडिय़ों ने दो बार आवेदन किए थे। वहीं, 2-3 खिलाड़ियों ने तीन बार आवेदन किए थे। उनके छंटनी के बाद कुल 651 खिलाडिय़ों के आवेदनों की स्क्रूटनी की गई, जिसमें लगभग 200 खिलाड़ी पुराने नियमों के अनुसार उत्कृष्ट के लिए पात्र पाए गए और वहीं, 450 खिलाडिय़ों के आवेदन अपात्र कर दिए गए।
2 फीसदी पद आरक्षित
उत्कृष्ट खिलाड़ी बनने के बाद खिलाड़ियों को सरकार नौकरी मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। प्रदेश के सभी विभागों में खाली पदों के 2 फीसदी पद उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए आरक्षित हैं। उत्कृष्ट नहीं बनने के कारण खिलाडिय़ों के लिए आरक्षित पदों पर उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है। उल्लेखनीय है कि 2015 तक 100 से ज्यादा उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किए गए थे। उसके बाद घोषणा नहीं की गई।
खेल मंत्री व उप मुयमंत्री अरुण साव ने पदक विजेताओं को एक बार फिर जल्द उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषणा के आश्वासन का झुनझुना थमाया है, लेकिन कोई समय सीमा नहीं बताई। खेल मंत्री ने कहा कि उनकी मांगों पर सकारात्मक रूप से सरकार विचार कर रही है। जल्दी ही उत्कृष्ठ खिलाड़ी की घोषणा की जाएगी।
