रायपुर सूटकेस हत्याकांड: मर्डर से पहले करवाया नाश्ता,​ फिर आराम करते ही पति-पत्नी ने मार डाला, जानिए पूरी कहानी

0
5

Raipur Murder case: सूटकेस हत्याकांड की पूरी कहानी पुलिस ने आज मीडिया के सामने रख दी। बताया ​कि आरोपी वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने जमीन का सौदा, पैसों के लेन देन और कमीशन को लेकर उपजे विवाद से छुटकारा पाने के लिए किशोर पैकरा की हत्या कर दी। आरोपियों ने 20 दिन पहले ही हत्या की योजना बनाई थी। वहीं 21 जून को वारदात को अंजाम दिया। सबूत मिटाने के लिए अंकित ने दो और सहयोगी विनय यदु और सूर्यकांत को बुलाया। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

Raipur Murder: ऐसे सुलाई मौत की नींद

इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित विकलांग युवक किशोर पैकरा हत्याकांड में सभी आरोपियों की ​गिरफ्तारी होने के बाद आज पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में रायपुर एसएसपी लाल उमेंद सिंह ने मामले का खुलासा किया। जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बताया कि आरोपी वकील और उसकी पत्नी ने शातिर तरीके से हत्या की प्लानिंग की और सबूत मिटाने के बाद दिल्ली फरार हो गए।

यह भी पढ़ें: Raipur Murder: रायपुर में मेरठ जैसी वारदात.. मर्डर कर शव को सूटकेस में भरा, फिर टिन के बॉक्स में रखकर फेंका, 2 आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार

पहले कराया नाश्ता फिर..

मर्डर से पहले वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा ने किशोर की जमकर खातिरदारी की। 21 जून को अपने घर बुलाए किशोर को पहले नाश्ता करवाया। खाने के बाद जब असहाय हो गया तो मौका देखकर पति—पत्नी ने किशोर के हाथ पर पैर रस्सी से बांध दिए। फिर गला दबाकर और सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद एक दिन शव घर में रखा हुआ था। दूसरे दिन 22 जून को शव को ठिकाना लगाने के लिए अपने दो सहयोगियों को बुलाया। इस दौरान अंकित ने मर्डर की पूरी जानकारी अपनी मां को फोन पर बताया था।

Raipur Murder case

काट-काट कर शव सूटकेस में भरा

एसएसपी लाल उमेंद सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शव बुरी तरह सड़ चुका था, लेकिन, शुरुआती जांच में पता चला है कि युवक का गला कटा हुआ है। गले को धारदार हथियार से काटा गया था। सूटकेस में ठूंसने के लिए लाश को पूरी तरह से मोड़कर उसके हाथ-पांव को शरीर में जोड़कर बांधा गया था।

इस वजह से की हत्या

जांच में सामने आया है कि मृतक किशोर पैकरा ने अपनी कुछ विवादित जमीनों के निपटारे और अन्य कानूनी मामलों के लिए वकील अंकित उपाध्याय की सेवाएं ली थीं। बताया गया कि एक मामले के निपटारे के लिए अंकित ने किशोर से 10 रुपए मात्र का औपचारिक शुल्क लिया था, जिससे किशोर को भरोसा हो गया था।

बाद में अंकित और उसकी पत्नी ने किशोर को विभिन्न निवेश योजनाओं का झांसा देकर करीब 18 लाख रुपए अलग-अलग माध्यमों से ले लिए। जब किशोर पैकरा को पैसे की जरूरत पड़ी और उसने अंकित से रकम वापस मांगी, तो वकील और उसकी पत्नी ने दबाव में आकर उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। पुलिस के अनुसार, हत्या की योजना पूर्व नियोजित और सुनियोजित थी।