रायपुर। राजधानी स्थित रंगमंदिर में ए.आई.डी.ए. 2025 की प्रतियोगिता के पाँचवें दिन की शुरुआत संगिता कापसे की संस्था संगीत कलामंदिर, रायपुर की छात्राओं द्वारा मनमोहक कथक प्रस्तुतियों से हुई। इसके पश्चात् नृत्याती कलाक्षेत्र, रायपुर की मेघना पवार ने कुचिपुड़ी की स्पेल-बाउड प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।इसके बाद भारथ कॉलेज, मुंबई की शांति मोहंती डेव की छात्राओं ने भरतनाट्यम की समूह प्रस्तुति से मंच को जीवंत किया।लगभग 120 शौकिया कलाकारों ने भारत के विभिन्न हिस्सों से आकर प्रतियोगिताओं में भाग लिया।सायंकालीन सत्र में भरतनाट्यम की प्रस्तुतियाँ विशेष आकर्षण रहीं, जिसमें राजेन्द्र कुमार, व्याख्याता, नवीन संगीत विद्यालय दुर्ग ने अपने समूह के साथ प्रस्तुति दी। इसके पश्चात गुरु डॉ. जी. रतीश बाबू के वरिष्ठ शिष्यों ने “वनजाक्ष” विषय पर आधारित थीमैटिक समूह प्रस्तुति कर भरतनाट्यम की गरिमा और सौंदर्य को प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत किया।ए.आई.डी.ए. का यह समारोह भारतीय शास्त्रीय नृत्य की विविधता और युवा प्रतिभा का अनोखा संगम बनकर उभर रहा है।